शक्ति और समृद्धि का प्रतीक श्री दुर्गा बीसा यंत्र मां दुर्गा को जल्द प्रसन्न करने के लिए आज ही घर में स्थापित करें शक्तिशाली दुर्गा बीसा यंत्र!
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार shiv chalisa in hindi लगाए॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥